अली वोह है जिनका एहतराम काबा शरीफ खुद करे।
फ़ातेमा वोह है जिनका इस्तकबाल नबियो के सरदार खुद करे।
हसन वोह है अल्लाह रब्बुल आलमीन जन्नत जिनके नाम करे।
हुसैन वोह है जो सर कटा कर भी तिलावत ए क़ुरान सरे आम करे।
और मेरे नबी ए पाक का घराना वोह घराना है जिसकी तारीफ सारा क़ुरान करे।।।
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