Tuesday, 1 March 2016

Kuchch Jaruri Bate

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�� मुश्किल थे रास्ते आसान हो गए .....

��दुश्मन भी देखकर हैरान हो गए .....

��रखा जब मेरे नबी ने दुनिया में कदम ....

��पत्थर भी कलमा पढ़ कर मुसलमान हो गए ....
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मैं भी कितना अजीब हूँ न

सेहत मंद हूँ तो
अल्लाह'' को भूल जाता हूँ

बिजी हूँ तो
नमाज़'' भूल जाता हूँ

बुराई करूँ तो
अंजाम भूल जाता हूँ

खाता हूँ तो
बिस्मिल्लाह भूल जाता हूँ

खा लूँ तो
अल्हम्दुलिल्लाह कहना भूल जाता हूँ

किसी से मिलूं तो
सलाम''भूल जाता हूँ

सोते हुए
तौबा भूल जाता हूँ

गुस्से में तो
बर्दाश्त भूल जाता हूँ

सफर पर जाऊँ तो
दुआ भूल जाता हूँ

क्या शान है मेरे ''अल्लाह'' की
फिर भी नवाज़ता है वह नहीं भूलता

Balance ho ya na ho,

ye sms sabhi ko karna,

Me is qabil to nahi
k Mein

jannat mango

:

=== Ae ALLAH ===

:

Bs itni si arz hai

k

meri maa meri jannat hai

usy sada

salamt rkhna

Aameen

0r

mujhe jis ne ye msg send

kia us ki

MAA

k0 lambi umar

0r

sehat ata farma

.

Aameen

.

Agr ap apni

MAA

k liye dua karwana

chahty hain

to

sb kch bhula kr

is sms ko frwd

karen

Jitna zyada frwd

karen gy utni hi

zayada duwain milengi

जो शख़्स सोते वक़्त 21 बार पूरी बिस्मिल्ला पड़ता है
अल्लाह पाक फरिश्तों से फरमाते है की इसके हर साँस के बदले नेकी लिखो
आपके मोबाइल में जितने नंबर सेव है उन सब को भेजे
और देखें आज आपकी वजह से कितने लोग बिस्मिल्ला पढ़ते है

Plz किसी 1 को तो ज़रूर भेजे

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