एक प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक देर-सबेर विद्यालय जाते।
विद्यालय जाकर बच्चों के सामने ही चारपाई पर सो जाते।।
तभी एक दिन अचानक डिप्टी साहब विद्यालय चेक करने आये।
मास्टर साहब नींद में व्यस्त थे जान नहीं पाए।।
डिप्टी साहब मन ही मन मुस्काए।
बोले-आज मास्टर साहब पकड़ में आये।।
डिप्टी साहब के चारपाई हिलाते ही मास्टर साहब डोले।
और उठते ही बच्चों से बोले-
बच्चों कुम्भकरण रावण से छोटा था।
वो इसी तरह गहरी नींद में छः माह सोता था।।
डिप्टी साहब ये सब देखकर चकराए।
वे मास्टर साहब की चालाकी को समझ नहीं पाए।।
वे बोले-यूँ लेटकर पढाना किस पढाई का हिस्सा है।
मास्टर साहब मुस्कुराते हुए बोले-साहब ये गतिविधि आधारित शिक्षा (Activity based education) है।।
Thursday, 3 March 2016
एक प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक देर-सबेर विद्यालय जाते।
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